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गुरुवार, 14 जनवरी 2010

लोक जमघट में जुटेंगे एक हजार लोक गायक

मुजफ्फरपुर : लोक कलाकार सफदर हाशमी और भिखारी ठाकुर की याद में रविवार को 'गांव जवार' सांस्कृतिक संगठन के बैनर तले एक हजार ग्रामीण कलाकार जिला स्कूल मैदान में जुटेंगे।'लोक जमघट' नामक यह सांस्कृतिक आयोजन सुबह 9 बजे प्रारंभ हो जायेगा और शाम पांच बजे तक चलेगा। इसमें प्रत्येक प्रखंड के तीन-तीन चुनिंदा लोक गायक पारंपरिक लोकगीतों की प्रस्तुति देंगे। इनमें कई प्रस्तुतियां ऐसी होंगी जो अब लुप्त होती जा रही हैं। कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले कुल 50 लोक गायकों की सूची तैयार कर ली गयी है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित कलाकार, कला प्रेमी, साहित्यकार, सामाजिक कार्यकता, शिक्षाविद् और पंचायत प्रतिनिधि प्रस्ताव पारित कर 'बिहार की कला नीति 2004' को सूबे में शीघ्र लागू करने की मांग राज्य सरकार से करेंगे।इस जमघट का उद्घाटन सूबे के लघु सिंचाई मंत्री दिनेश प्रसाद कुशवाहा, आपदा प्रबंधन मंत्री देवेश चंद्र ठाकुर, सांसद व पूर्व मंत्री कैप्टन जयनारायण प्रसाद निषाद, जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी, पूर्व उपमहापौर विवेक कुमार, बेटी बचाओ आंदोलन के संयोजक अरुण कुमार सिंह, दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, प्रात:कमल के संपादक ब्रजेश कुमार व एमएसकेवी की प्राचार्या डा. ममता रानी संयुक्त रूप से करेंगी।'गांव जवार' संयोजक मंडल के सदस्य एम. अखलाक के अनुसार यह अबतक का सबसे बड़ा लोक जमघट होगा। इसकी विशेषता यह होगी कि सिर्फ ग्रामीण कलाकार ही अपनी प्रस्तुति देंगे, जबकि शहर के संस्कृतिकर्मी इनकी मेजबानी करेंगे। यही नहीं बिहार में यह ग्रामीण कलाकारों का पहला नेटवर्क है। यह जनसंगठन की तरह काम करेगा। भविष्य में इसका विस्तार उत्तर बिहार के अन्य जिलों में भी होगा। उन्होंने बताया कि ग्रामीण कलाकार खुद संसाधन जुटाकर इस आयोजन को अंजाम दे रहे हैं। यही नहीं ग्रामीण इलाकों से आने वाले कला -प्रेमियों व कलाकारों के लिए यहां भोजन की भी व्यवस्था की गयी है।

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